प्यार क्या होता है ? भावनात्मक और सामाजिक ताने -बाने में इस सवाल जबाब है
मगर मेडिकल साइंस की दुनिया में न्यूरोलॉजिकल स्थिति है |
शरीर में कुछ हॉर्मोंस और केमिकल्स का कॉकटेल व्यक्ति को प्यार की राह पर ले जाता है |
कई बार प्यार को एक रोग भी मान लिया जाता है। लेकिन ये एक केमिस्ट्री है,जिसे समझना बेहद दिलचस्प है |
Love is difficult to define. How do you avoid confusing it with infatuation or lust? Philosophers and psychologists both have attempted to define love, or at least its difference from infatuation and lust. If you are looking to find love.
मगर मेडिकल साइंस की दुनिया में न्यूरोलॉजिकल स्थिति है |
शरीर में कुछ हॉर्मोंस और केमिकल्स का कॉकटेल व्यक्ति को प्यार की राह पर ले जाता है |
कई बार प्यार को एक रोग भी मान लिया जाता है। लेकिन ये एक केमिस्ट्री है,जिसे समझना बेहद दिलचस्प है |
Love is difficult to define. How do you avoid confusing it with infatuation or lust? Philosophers and psychologists both have attempted to define love, or at least its difference from infatuation and lust. If you are looking to find love.
प्यार क्या है ?
यह प्यार है ..
एक छोटी लड़की पूरी लगन से पिताजी के सिर की मालिश करती है
और उन्हें अपनत्व का अहसास होता है !!
यह प्यार है ,
एक पत्नी पति के लिए चाय बनाती है और उससे पहले एक घूंट पी लेती है
ताकि पति को चाय का taste अच्छा लगे !!
यह प्यार है
एक माँ अपने बेटे को केक का सबसे अच्छा टुकड़ा देती है.
यह प्यार है .
एक दोस्त अपने दोस्त को फिसलन पे सड़क पर कस कर उसका हाथ पकड़ता है
. ताकि वह गिरने से बच जाये !!
यह प्यार है .
एक भाई अपनी बहन को msg भेजता है और पूछता है की वह घर पहुची की नहीं ????
प्यार सिर्फ एक लड़का एक लड़की का हाथ पकड़ कर पूरा शहर घुमाता है इसी का नाम नही !!
प्यार तो आप अपने दोस्त को एक छोटा सा msg भेजते है
सिर्फ इसलिए की उसे पढ़ कर उसके चेहरे पे छोटी सी एक मुस्कान आये !!
दोस्तों प्यार तो वास्तव में एक दुसरे की देखभाल करने का नाम है !!
(source-anmolvachan.in)
अमेरिका की मशहूर मानव विज्ञानी और ह्युमन रिसर्चर हेलन फिशर ने
प्यार की न्यूरोलॉजिकल स्थिति के तीन पड़ाव बताये है
1. पहला पड़ाव --लालसा /मोह
हेलन के अनुसार यह प्यार की राह में आने वाला पहला पड़ाव है |
महिला और पुरुष दोनों में इसका कारण सेक्स हॉर्मोंस टेस्टोस्टेरोन और एस्ट्रोजन होते है
"आमतौर पर जिसे प्यार कहा जाता है,वह शरीर में होने वाला एक प्रकार का हार्मोनल बदलाव है
किशोरावस्था में यह बदलाव तेजी से होता है
इसे बीमारी जैसे नकारात्मक शब्द से नहीं जोड़ा जा सकता ,क्योकि प्यार एक सकारात्मक भावना है
जो मस्तिष्क को ऊर्जा से भर देती है
लेकिन जब प्यार में अपने आपको या किसी दूसरे को नुकसान पहुचाने की बात आती है ,तो इसका सम्बन्ध
उन नेचुरल हार्मोनल बदलाव से नहीं होता
इसमें कई दूसरी चीजे भूमिका निभाती है ,जैसे -आदमी की परविश और उसके आसपास का माहौल। "
(Dr, Ajay Nihlani)
to be continue....