यह चाइना का मॉल है
इस पर ब्रांड का नाम एडकॉम लिखा है, जिस पर सफेद पेंट कर दिया गया है.
भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फ़ोन बाज़ार है, जहां एक अरब मोबाइल फ़ोन उपभोक्ता हैं. ऐसे में, इस फ़ोन में बहुत से लोगों की दिलचस्पी है.
लेकिन अधिकांश लोग इसे लेकर आशंकित हैं कि क्या ऐसा सच में होगा?
हालांकि यह स्मार्ट फ़ोन देखने में एप्पल के आई फ़ोन जैसा दिखता है. यहां तक कि इसमें दिखने वाले अधिकांश ऐप आईकन भी वैसे ही दिखते हैं.
लोग इसके बारे में कई सवाल कर रहे हैं.
1. पहला तो ये कि, इतने कम दाम में ये कैसे संभव हुआ? भारतीय ई-कॉमर्स की वेबसाइटों पर छोटे से छोटा स्मार्ट फ़ोन भी क़रीब तीन-चार हज़ार रुपए से कम क़ीमत पर नहीं है.
2. इसे कहां बनाया जाएगा? कंपनी रिंगिंग बेल्स का कहना है कि इसे देश में ही बनाया जाएगा. लेकिन अभि भारतीय कंपनी शुरू नहीं किया है
3. इसे देखते हुए लगता है कि लाखों हैंडसेट डिलीवर करना बेहद मुश्किल होगा.
4. हालांकि इस उत्पाद के ख़रीदारों की कमी नहीं है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या ये फ़ोन अपने वादों पर ख़रा उतर सकेगा?
5. ''सुबह 6 बजे ही फ्रीडम 251 की साइट क्रैश..शानदार शुरुआत.''
6. फ़ोन में फ़ेसबुक, यूट्यूब और वॉट्सऐप के अलावा स्वच्छ भारत, किसान और महिला सुरक्षा से संबंधित भारत सरकार के ऐप होने की बात भी कही गई. हालांकि ये ऐप नहीं मिले.
7. डॉक्टर जयकुमार ने ट्वीट किया, ''पेमेंट पेज काम नहीं कर रहा है. कैश ऑन डिलीवरी का विकल्प दें. यकीन करें हम भारतीयों के पास 251 रुपए हैं.''
8. एक यूजर ने सुबह छह बजे से बुकिंग खुलने पर चुटकी ली और कहा, ''हमें सुबह जगाने की ये सरकार की साजिश है. जागो इंडिया जागो.''
9. एक यूजर पीयूष ने ट्वीट किया, ''फ्रीडम 251 आपका धन्यवाद, अब मैं अपने पोते-पोतियों को बता सकूंगा कि आपके दादा ने फ्रीडम हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की थी.''
मुझे 110 फ़ीसदी विश्वास है कि यह एक पौंजी कंपनी का बड़ा घोटाला है."